दिल्ली के तब्लीग़ी जमाअत मरकज़ के बारे में।
नई दिल्ली में बस्ती हजरत निज़ामुददीन तब्लीग़ी जमाअत मरकज़ के बारे में जानकारी सभी लोग आसानी से समझ लें । हजरत निज़ामुददीन पुलिस स्टेशन और निज़ामुददीन तबलीगी जमात मरकज़ एक दूसरे से बिल्कुल सटे हुए हैं। दोनों की आवाज़ें एक दूसरे को आती हैं। इसलिए वहाँ पर छिपा कर कुछ नहीं किया जा सकता । निज़ामुददीन मरकज़ मे हर समय कई हज़ार आदमी जमा रहते हैं, इबादत करते रहते हैं। क्योंकि सारी दुनिया से जमाअत के आने जाने का सिलसिला जारी रहता है। मरकज़ मे जो जमात के लोग थे वो लाकडाउन से पहले से मौजूद थे, लाकडाउन के बाद न वहाँ कोई जमाती आया, न वहाँ से कोई गया ।
मरकज़ और निज़ामुददीन स्थानीय प्रशासन, थाना से अच्छा तालमेल और एक दूसरे के लिए सहयोग रहता है । उसी सहयोग और तालमेल से ही सबकुछ यानी जांच, आना जाना सब हो रहा है ।गोदी मीडिया ने जो मुददा उछाला है उस में सच नहीं बल्कि झूठ और पक्षपात है।एसडीएम और एस एच ओ को लिखित में दिया पत्र मौजूद है। अपनी कमियों पर पर्दा डालने के लिए मुस्लिमों को आसान टारगेट बनाने की कोशिश की जा रही है !
नोएडा, गाजियाबाद, आनन्द विहार और नेशनल हाइवे पर नजर आने वाली भीड़ के लोग फंसे हुए हैं। वैष्णो देवी में लगभग 400 लोग फँसे होते हैं। लेकिन मरकज निज़ामुद्दीन में लोग छिपे होते हैं। शर्मनाक हरकतों से बाज आ जाओ चाहे कोई भी हो।
दिल्ली के तबलीगी जमात मरकज के बारे में